शिवराज की मंत्री पर लगा डकैती का आरोप, सफाई में बोलीं- मेरी ऐसी मंशा नहीं थी

Khabar Satta
By
Khabar Satta
खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
3 Min Read

इंदौर: भारतीय जनता पार्टी के विधायक और मंत्री उषा ठाकुर खुद पर लगे डकैती के आरोपों से चारों तरफ से घिर गई है। वनमंत्री ने भी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए जांच दल को इंदौर भेजा है। इसके बाद मंत्री ने अपने ऊपर लगे डकैती के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने मंगलवार देर रात बयान जारी करते हुए कहा कि, मैं संध्या के वक्त इंदौर की तरफ लौट रही थी इसी दौरान मुझपर यह आरोप लगाए गए हैं। मेरी कोई ऐसी मंशा नहीं थी। मैंने सारा मामला वन मंत्री के संज्ञान में डाल दिया है जो भी गलती करेगा वो दंडित होगा।

PunjabKesari

आपको बता दें कि मंगलवार को भाजपा विधायक उषा ठाकुर समेत करीब 20 लोगों के खिलाफ बड़ौदा पुलिस थाने पर वन विभाग द्वारा एक आवेदन प्रस्तुत किया गया है जिसमें मंत्री सहित सभी लोगों पर डकैती डालने और सामान लूट कर ले जाने का मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। पुलिस को जो पत्र वन विभाग के कर्मचारी राम सूरज दुबे द्वारा दिया गया है उसमें कहा है कि महू वन क्षेत्र में बड़गोंदा में कुछ लोगों द्वारा वन क्षेत्र की भूमि में खुदाई करते हुए।

अवैध मोरम निकाली जा रही थी और मार्ग बनाया जा रहा था जिसे वन विभाग ने 10 जनवरी को जप्त कर एक जेसीबी मशीन mp41 एच ए 0576 सहित एक ट्रैक्टर और एक ट्राली जो बिना नंबर की थी उसे जब किया था और इस माल भरी गाड़ी को बड़गोदा परिसर में खड़ी किया गया था, लेकिन मंत्री उषा ठाकुर, मनोज पाटीदार, सुनील यादव निवासी कोदरिया, अनिल जोशी महू, वीरेंद्र अंजाना भंवरा, सुनील पाटीदार पलासिया, प्रदीप पाटीदार और सूरज पाटीदार निवासी नाहर खेड़ा करीब 20-25 लोगों के साथ बड़गोदा परिसर में आए और जप्त किए गए वाहनों को चुरा कर ले।

पुलिस को लिखे पत्र में स्पष्ट रूप से मांग की गई है कि जिन वाहनों को जब्त किया गया था उन्हें छुड़ाकर कर ले जाने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस पत्र के बाद वन विभाग और भाजपा नेताओं के बीच निजी तौर पर तनातनी शुरू हो गई है।

Share This Article
Follow:
खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *