भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा परिसर में बुधवार को भारतीय संविधान के निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संसदीय कार्य एवं गृहमंत्री मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह सहित कई विधायक एवं गणमान्य लोगों की मौजूदगी में किया गया।
जिसमें सभी ने अपने श्रद्धासुमन भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर अर्पित किए।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा परिसर में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के अनुयायी हैं, उनके सपनों को पूरा करने के लिए हम रोज उस दिशा में काम करने का संकल्प लें। उनकी प्रतिमा स्थापित करने के लिए मैं विधानसभा अध्यक्ष जी को धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सौभाग्यशाली है कि उनका जन्म महू में हुआ। जो आज अम्बेडकर नगर कहलाता है। वहां उनका भव्य स्मारक बनाया गया है। कोई ये ना मानें कि बाबा साहेब केवल कुछ लोगों के ही थे। बाबा साहेब देश की 130 करोड़ जनता की श्रद्धा के केंद्र हैं।
हम सब उन्हें मानते हैं, लेकिन ये बात भी सच है कि समाज में जो पीछे रह गए, दलित, शोषित, वंचित उनकी आवाज बनकर उन्होंने कार्य किया। आज उनके अनेक कल्याण के कार्य हो रहे हैं, बाबा साहेब को कोई भुला नहीं सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम यही संकल्प लें कि बाबा साहेब को तो मानते हैं, बाबा साहेब की भी मानें, उन्होंने जो कहा उस पर अमल करें। अमल भी हर समय करें, पांचों साल, सब मिलकर अमल करें। शिवराज बोले कि महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित करने से सब कुछ हो जाएगा ऐसा नहीं है, लेकिन महापुरुषों की प्रतिमाएं हमारा पथ प्रदर्शित करती हैं। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की ये प्रतिमा हमें याद दिलाएगी कि हम यहां उनके द्वारा बनाए गए संविधान के कारण ही बैठे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहब का संपूर्ण जीवन समतामूलक समाज के निर्माण के लिए समर्पित रहा, इस दिशा में उन्होंने बहुत काम किया। वह कहा करते थे कि शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो। शिक्षित बन गए तो शेर की तरह दहाड़ोगे। अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की बात सदैव वे कहा करते थे।
कार्यक्रम में अन्य मंत्रीगण, विधायक, विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह समेत सामाजिक एवं अन्य गणमान्य नागरिक, विधानसभा सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे। इस भव्य आयोजन में शामिल होने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने विधान सभा की समितियों के सभी सभापतियों तथा समस्त विधायकगणों को भी आमंत्रित किया था।