पुराना संसद भवन: देश को जल्द ही एक नया संसद भवन का समर्पण होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई दिन रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। नये संसद भवन की निर्माण लागत 971 करोड़ रुपये है। यह वर्तमान संसद भवन से कई मामलों में अलग होगा। नए संसद भवन के आगमन के साथ, पुराना संसद भवन ऐतिहासिक महत्व की प्राप्ति करेगा।
संसद भवन का निर्माण किस समय हुआ था?
जहाँ एक तरफ भारत में स्वतंत्रता संग्राम चल रहा था , वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में ब्रिटिश सरकार के द्वारा पार्लियामेंट हाउस का निर्माण कराया जा रहा था। 12 फरवरी, 1921 को ड्यूक ऑफ कनॉट ने इस इमारत की आधारशिला रखी थी।
संसद भवन किस स्थान पर स्थित है?
राष्ट्रपति भवन से 750 मीटर की दूरी पर इंडिया गेट के पास स्थित है। भारत की स्वतंत्रता के बाद, संविधान सभा ने इसे अपने अधिकार में लिया था। 1950 में संविधान के प्रारम्भ होने के बाद, इसे भारतीय संसद बनाया गया था।
पुराने संसद भवन का डिजाइन किस व्यक्ति ने तैयार किया था?
संसद भवन की डिजाइन को तैयार करने वाले व्यक्ति ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर थे। यह भवन चौंसठ योगिनी मंदिर, जो मध्य प्रदेश के मुरैना में स्थित है, से प्रेरित गोलाकार आकृति का आदान करता है।
संसद भवन में कुल कितने कमरे हैं?
1956 में इस इमारत में दो अतिरिक्त मंजिलें शामिल की गईं , संसद भवन में कुल 4700 हैं।। इसका केंद्रीय हॉल विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यहां के उद्यान और फव्वारे भी आकर्षक हैं। वर्ष 2002 में एक पुस्तकालय भी अस्तित्व में लाया गया।
संसद भवन का उद्घाटन किस व्यक्ति ने किया था?
संसद भवन वास्तुकला का एक प्रबंधन है। इसमें कुल 12 द्वार हैं। संसद भवन का निर्माण 1921 में पूरा हुआ था, जब भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन अपने पद पर थे। इरविन ने 18 जनवरी 1927 को इस भवन का उद्घाटन किया था।
पुराने संसद भवन का निर्माण करने में कितना खर्च हुआ था?
संसद भवन के बाहर 144 स्तंभ स्थापित हैं। इस इमारत को पूरा करने में लगभग 6 साल का समय लगा। निर्माण के लिए कुल मिलाकर 83 लाख रुपये का खर्च हुआ था।
पुराने संसद भवन में कितने सांसद बैठ सकते हैं?
वर्तमान संसद भवन में 550 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है। नई इमारत में लोकसभा में 888 सीटें होंगी। साथ ही, नए भवन में राज्यसभा सांसदों के लिए बैठने की जगह भी बढ़ा दी गई है। वर्तमान में राज्यसभा में 250 सांसदों के लिए जगह है, जबकि नए भवन में राज्यसभा के लिए 384 सांसदों के बैठने की जगह होगी।