Seoni Medical College: सिवनी मेडिकल कॉलेज के लिए एक नया प्रभारी डीन का नियुक्ति आलेख्य हो गया है, जिसके साथ ही कॉलेज की संबद्धता की कवायद भी शुरु हो गई है। इस नये प्रभारी डीन का नाम है डॉ. सुनील तिड़के, और वह वर्तमान में शहडोल में पदस्थ हैं। यह नियुक्ति सिवनी मेडिकल कॉलेज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और कॉलेज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डॉ. सुनील तिड़के का परिचय
डॉ. सुनील तिड़के एक अत्यंत अधिग्रहणीय व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने करियर के दौरान अपने उच्च योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। वह विज्ञान में मास्टर्स की डिग्री रखते हैं और उनके पास चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञता है। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई मेडिकल संस्थानों में काम किया है और उन्होंने अपने ज्ञान और अनुभव का उपयोग मेडिकल कॉलेज के लिए भी किया है।
Seoni Medical College की संबद्धता
सिवनी मेडिकल कॉलेज की संबद्धता की कवायद भी शुरु हो गई है और यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो इस कॉलेज के विकास को गति देगा। यह कॉलेज अब आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से संबद्ध हो गया है और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से 150 सीटों की मंजूरी के लिए कवायद भी शुरु हो गई है।
Seoni Medical College की नई बिल्डिंग हुई तैयार
150 सीटों के हिसाब से तैयार की गई बिल्डिंग में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके लिए तीन चिकित्सकों की टीम भी विगत दिनों सिवनी आई थी और उन्होंने बिल्डिंग की निरीक्षण किया। इस टीम में छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के सह प्राध्यापक एनाटॉमी विभाग- डॉ. अमोल द्रुगकर, सहायक प्राध्यापक अस्थि रोग विभाग डॉ. किशोर उइके तथा प्राध्यापक मेडिसिन विभाग डॉ. दिनेश ठाकुर शामिल थे। इस बिल्डिंग के निर्माण का प्रक्रिया जल्द ही समाप्त होगी , और यह छात्रों के लिए एक सुरक्षित और आदर्श शिक्षा के माध्यम के रूप में काम करेगा।
आगामी सत्र से Seoni Medical College में अध्ययन शुरू
शासन ने आगामी सत्र से मेडिकल कॉलेज में अध्ययन शुरू करने के निर्देश दिए हैं, और इससे छात्रों के लिए नए अवसर खुल रहे हैं। प्रभारी डीन इस कॉलेज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, और हम सभी इसके सफलता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
इस नए डीन के नियुक्ति और सिवनी मेडिकल कॉलेज की संबद्धता की कवायद के साथ, अब Seoni Medical College में अध्ययन शुरू करने की मांग तेजी पकड़ रही है । इससे मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में और भी उत्कृष्टता आएगी और छात्रों को एक उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त होगी।