Friday, April 19, 2024
Home राशिफल

राशिफल

Aaj Ka Rashifal: आज का राशिफल, Today’s Rashifal, Aaj Ka Rashifal in HINDI

सभी बारह राशियों का भविष्य :- मेष , वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ, मीन, सभी राशियों का आज का राशिफल पढ़ें

Aaj Ka Rashifal- Get Today’s Rashifal In Hindi, Daily Rashifal, Dainik Rashifal today horoscope, and Daily Zodiac Forecast for every Zodiac Sign: aries / mesh, taurus / vrishab, gemini / mithun, cancer / karka, leo / simha, virgo / kanya, libra / tula, scorpio / vritchik, sagittarius / dhanus, aquarius / kumbh, pisces / meen at khabarsatta.com

सभी बारह राशियों का भविष्य :- मेष , वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ, मीन, सभी राशियों का आज का राशिफल पढ़ें

Aaj Ka Rashifal- Get Today’s Rashifal In Hindi, Daily Rashifal, Dainik Rashifal today horoscope, and Daily Zodiac Forecast for every Zodiac Sign: aries / mesh, taurus / vrishab, gemini / mithun, cancer / karka, leo / simha, virgo / kanya, libra / tula, scorpio / vritchik, sagittarius / dhanus, aquarius / kumbh, pisces / meen at khabarsatta.com

Aaj Ka Rashifal Mesh , Vrishabha , Mithun , Rashi , kark , Singh , Kanya , Tuja, Vrishchik , Dhanu , Makar , Kumbh , Meen ,Rashi

राशियाँ राशिचक्र के उन बारह बराबर भागों को कहा जाता है जिन पर ज्योतिषी आधारित है। हर राशि सूरज के क्रांतिवृत्त (ऍक्लिप्टिक) पर आने वाले एक तारामंडल से सम्बन्ध रखती है और उन दोनों का एक ही नाम होता है – जैसे की मिथुन राशि और मिथुन तारामंडल। यह बारह राशियां हैं –

मेष राशि
वृष राशि
मिथुन राशि
कर्क राशि
सिंह राशि
कन्या राशि
तुला राशि
वॄश्चिक राशि
धनु राशि
मकर राशि
कुम्भ राशि
मीन राशि

इन बारह तारा समूह ज्योतिष के हिसाब से महत्वपूर्ण हैं। यदि पृथ्वी, सूरज के केन्द्र और पृथ्वी की परिक्रमा के तल को चारो तरफ ब्रम्हाण्ड में फैलायें, तो यह ब्रम्हाण्ड में एक तरह की पेटी सी बना लेगा। इस पेटी को हम १२ बराबर भागों में बांटें तो हम देखेंगे कि इन १२ भागों में कोई न कोई तारा समूह आता है। हमारी पृथ्वी और ग्रह, सूरज के चारों तरफ घूमते हैं या इसको इस तरह से कहें कि सूरज और सारे ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष इन १२ तारा समूहों से गुजरते हैं। यह किसी अन्य तारा समूह के साथ नहीं होता है इसलिये यह १२ महत्वपूर्ण हो गये हैं। इस तारा समूह को हमारे पूर्वजों ने कोई न कोई आकृति दे दी और इन्हे राशियां कहा जाने लगा।

यदि आप किसी आखबार या टीवी पर राशिचक्र को देखें या सुने तो पायेंगें कि वे सब मेष से शुरू होते हैं, यह अप्रैल-मई का समय है। यह विषुव अयन (precession of equinoxes) के कारण है।