MP News: उप पंजीयक अशोक परिहार को मध्यप्रदेश सरकार ने सिंगरौली से हटाकर जबलपुर भेज दिया है और उन्हें 1 करोड़ 10 लाख 36 हजार 775 रुपये की राजस्व हानि पहुंचाने का आरोप है। उन्हें निलंबित अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।
भ्रष्टाचार और भ्रष्ट शासकीय सेवकों के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज
मध्यप्रदेश सरकार में भ्रष्टाचार और भ्रष्ट शासकीय सेवकों के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती बरतने का आदर्श दिया है। उन्होंने अशोक परिहार को सिंगरौली से हटाकर जबलपुर भेजने का आदेश जारी किया है और उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया है।
राजस्व हानि का आरोप
अशोक परिहार पर मध्यप्रदेश सरकार का आरोप है कि उन्होंने राजस्व की हानि की है। आरोप के अनुसार, उन्होंने शासन को 1 करोड़ 10 लाख 36 हजार 775 रुपये की राजस्व हानि पहुंचाई है। इसका आरोप मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) के नियमों का उल्लंघन माना गया है।
MP News: निलंबन का आदेश
उप पंजीयक अशोक परिहार को उनके आरोपों के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। इसके तहत, उनके जीवन निर्वाह भत्ते में कटौती की जाएगी, लेकिन निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता मिलता रहेगा। वे अब जबलपुर के उप महानिरीक्षक पंजीयन के तहत कार्य करेंगे।
MP मुख्यमंत्री के निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी विभाग प्रमुखों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी विभागों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए आदेश दिया है, ताकि सरकारी प्रणाली में सुधार किया जा सके।उप पंजीयक अशोक परिहार के खिलाफ राजस्व हानि के आरोपों के चलते उन्हें निलंबित किया गया है। इससे दिखता है कि मध्यप्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की संकल्पित है।