MP Election: सनातन धर्म के संबंध में कथावाचक रामभद्राचार्य ने एक महत्वपूर्ण प्रस्तावना प्रस्तुत की है। उन्होंने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को सनातन और अधर्म के बीच की लड़ाई मान्य की है। मध्य प्रदेश के सिवनी में रामकथा के दौरान रामभद्राचार्य ने कहा है कि इस चुनाव में शिवराज सिंह और कमलनाथ की जगह, एक लड़ाई सनातन धर्म और अधर्म के बीच हो रही है।
MP Election में एक पक्ष सनातन धर्म के प्रतिपक्ष हैं, और दूसरा सनातन धर्म के खिलाफ
मध्य प्रदेश के सिवनी के पॉलिटेक्निक ग्राउंड पर श्री रामकथा का आयोजन किया गया है। तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य जी ने मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि आगामी चुनाव में एक पक्ष सनातन धर्म के प्रतिपक्ष हैं, और दूसरा सनातन धर्म के खिलाफ है। रामभद्राचार्य ने जनता से सनातन धर्म के पक्ष में वोट देने की अपील की है।
MP Election, भाजपा-कांग्रेस नहीं लड़ रही है, यहां दो लड़ रहे हैं सनातन धर्म और अधर्म
रामभद्राचार्य ने कहा, ‘मैं फिर से कह रहा हूँ, मैं किसी वकील की तरह नहीं बोल रहा हूँ। यह सत्य है कि हमें इस बार देखना है कि दो पक्षों की लड़ाई हो रही है, एक ओर सनातन धर्म के पक्ष में है और दूसरी ओर सनातन धर्म के खिलाफ। मध्य प्रदेश वालों, मैं फिर से कह रहा हूँ, खुलकर बोल रहा हूँ, इस बार हमें अपने चुनाव में सनातन धर्म के पक्ष में ही जीत हासिल करनी चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यहां शिवराज और कमलनाथ नहीं लड़ रहे हैं, वे नाम के लिए नहीं हैं। यहां भाजपा-कांग्रेस नहीं लड़ रही है, यहां दो लड़ रहे हैं सनातन धर्म और अधर्म। हमें देखना है कि कौन विजयी होता है। आप चिंता न करें, हम जीतेंगे।’
22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम अपने गर्भगृह में स्थापित होंगे
रामकथा के दौरान स्वामी जी ने बताया कि वे 1377वीं कथा पढ़ रहे हैं, और रामकथा ही उनके जीवन का मूल है। इस कथा के माध्यम से वे इस देश को हिंदु राष्ट्र बनाने का उद्देश्य लिए हैं। वे राम मंदिर के बारे में भी बात करते हैं और कहते हैं कि इस देश का गर्व भगवान श्रीराम है। वे इसे किसी झोपड़ी में रहने के लिए नहीं मानते हैं, और उनके लिए उनके जन्मस्थल पर एक महान मंदिर का निर्माण करने की कोशिशें पिछले 500 वर्षों से चल रही हैं। उन्होंने बताया कि 76 बार युद्ध हुआ, लेकिन आखिरकार सत्य की जीत हुई, और राम की जीत हुई, और इसमें उनकी भूमिका भी थी। वे बताते हैं कि आगामी 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम अपने गर्भगृह में स्थापित होंगे, और यह दिन हमारे लिए ऐतिहासिक होगा।