MP Assembly Election: प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से पूछा कि 1 लाख सरकारी नौकरियों के मामले में क्या सच है, और उन्हें झूठे वादों का आरोप लगाया।
कमलनाथ ने यह कहा कि “मध्य प्रदेश की जनता और युवा समझ चुके हैं कि पिछले 18 सालों से एक के बाद एक झूठे वादों के साथ एक व्यक्ति आ रहा है। वह चुनाव से पहले जो वादे कर रहा है, उनकी क्या दुर्गति होगी?”
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में 15 अगस्त 2023 से पहले 1 लाख सरकारी नौकरियों की भर्ती का ऐलान किया था। कमलनाथ ने इसके बारे में सीएम से सवाल किया कि उन्हें इन नौकरियों की जानकारी जनता के सामने रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि “नौकरियां नहीं दी गई हैं, और ऐसे में उनके बारे में कोई जानकारी भी नहीं दी गई है।” उन्होंने इसे भी जताया कि मध्य प्रदेश की जनता और युवा अब बीजेपी के झूठ को समझ चुके हैं।
MP Assembly Election: कमलनाथ ने एक ट्वीट में कहा
कमलनाथ ने एक ट्वीट में कहा कि “मुख्यमंत्री जी, पिछले साल 15 अगस्त को आपने वादा किया था कि एक साल में 1 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान की जाएगी। मैं आशा करता था कि आप इस स्वतंत्रता दिवस पर उन नौकरियों के बारे में जनता को जानकारी देंगे। युवा आपकी प्रतीक्षा कर रहे थे, लेकिन वे नौकरियां आज तक नहीं आई हैं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि “यह आपका कलेजा है जो स्वतंत्रता दिवस जैसे पवित्र दिन पर भी झूठी घोषणाएं कर सकता है। मध्य प्रदेश की जनता और युवा अब यह समझ चुके हैं कि जो व्यक्ति पिछले 18 सालों से झूठी घोषणाएं कर रहा है, उसकी असली दुर्गति क्या होगी?”
विवाद चुनावी माहौल को कर रहा गरमा गरम
कमलनाथ ने इसे भी उजागर किया कि जनता को पता है कि यह वादे उनके भविष्य के लिए नहीं, बल्कि उनके व्यक्तिगत लाभ के लिए किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने पहले ही जनता का विश्वास खो दिया है और अब उनकी निगाहें भी उतर रही हैं।
पिछले साल, सीएम शिवराज ने यह दावा किया था कि अगले साल तक (2023 तक) मध्य प्रदेश में 1 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों में भर्ती किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में भी नौकरी के अवसर बढ़ाने का प्रयास किया था। कमलनाथ ने इस पर सवाल उठाया है कि उनके वादे भी अन्य घोषणाओं की तरह कोरा झूठ साबित हो रहे हैं।