Bhopal Metro Trial: सोमवार को भोपाल, राजधानी में, ऑरेंज रंग के मेट्रो के तीन कोचों को क्रेन की मदद से सुभाष नगर डिपो में अनलोड कर दिया गया। अब इन कोचों को एक साथ मिलाकर पहले डिपो में सुरक्षा परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद, सुभाष नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बीच में मेट्रो का ट्रायल रन आरंभ हो सकता है।
सुरक्षा परीक्षण के तहत इन्हें एक से दो किमी की गति पर चलाया जाएगा
ये तीन कोच गुजरात के बड़ोदरा से 100 से अधिक पहिए वाले ट्रालों के साथ आए हैं। कोच को देर रात को सुभाष नगर डिपो में पहुंचाया गया। इसके बाद, यहाँ पर डायरेक्टर शोभित टंडन ने कोच की पूजा अर्चना की। इसके बाद, बड़ी क्रेन की सहायता से कोच को अनलोड करके रेलवे ट्रैक पर रखा गया। अब इन तीन कोचों को एक साथ जोड़ा जाएगा। इसके बाद, सुरक्षा परीक्षण के तहत इन्हें एक से दो किमी की गति पर चलाया जाएगा। जब सब कुछ सही हो जाएगा, तो कोच को ऊपर के ट्रैक पर ले जाया जाएगा, और फिर भी उन्हें धीमी गति पर चलाया जाएगा।
ट्रायल पांच से छह महीने तक चलेगा Bhopal Metro Trial
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में, मेट्रो के ट्रायल को प्रारंभ कर दिया जाएगा। यह ट्रायल पांच से छह महीने तक चलेगा और इसमें मेट्रो को सिंगल, समय, और गति के साथ चलाया जाएगा। भोपाल में, सुभाष नगर से रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के बाद, ट्रायल रन शुरू हो सकता है। इसके बाद, रेलवे सुरक्षा आयुक्त की मंजूरी मिलने पर, मई-जून के महीनों में जनता मेट्रो की सवारी कर सकेगी। यह बताना चाहते हैं कि इंदौर में मेट्रो कोच 31 को पहुंच गए हैं और वहां पर सुरक्षा परीक्षण भी पूरा हो चुका है। अब मुख्यमंत्री के साथ, ट्रायल रन की शुरुआत की जा सकती है।