MP TIME BANK नेकी कर दरिया में नहीं ,अब बैंक में डाल !
देश में एक ऐसा बैंक खुलने जा रहा है, जिसका धन से कोई संबंध नहीं होगा। यह एक ऐसा बैंक होगा, जहाँ सेवा ही आपकी पूंजी होगी और ब्याज के रूप में सेवा ही मिलेगी. वास्तव में मध्य प्रदेश सरकार ने एक अनूठी पहल की है, जिसके अंतर्गत राज्य में टाइम बैंक (समय निधि) खुलने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने सत्ता संभालने के बाद ही अध्यात्म विभाग का गठन कर न केवल चुनावी वायदा पूरा किया था, अपितु राज्य की पूर्ववर्ती शिवराज सिंह सरकार की धर्म के प्रति समर्पण की परम्परा को आगे बढ़ाया था। अब यही अध्यात्म विभाग मध्य प्रदेश में टाइम बैंक खोलने जा रहा है। आप सोच रहे होंगे कि टाइम बैंक क्या और कैसा होगा ? इसमें क्या जमा किया जाएगा और क्या वापस मिलेगा ? तो इन प्रश्नों का उत्तर यही है कि मध्य प्रदेश सरकार की यह बहुत ही प्रशंसनीय पहल है।
क्या है टाइम बैंक की अवधारणा ?
टाइम बैंक अर्थात् ऐसा बैंक, जहाँ समय जमा होगा। वह समय, जो आपने किसी की सेवा में लगाए होंगे। इसके बदले में आपको भी आवश्यकता पड़ने पर इस टाइम बैंक से समय मिलेगा। यह समय होगा सेवा का समय। अध्यात्म विभाग ने शुक्रवार को इसे लेकर एक आदेश जारी किया है। राज्य के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव के अनुसार राज्य का कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा से कोई स्वैच्छिक सेवा देगा, तो उसके उस सेवा देने के समय को टाइम बैंक में नोट किया जाएगा। अब जब भविष्य में कभी आपको किसी की सेवा की आवश्यकता पड़ेगी, तो टाइम बैंक आपको आपके खाते में जमा घण्टों की सेवा उपलब्ध कराएगा। श्रीवास्तव ने कहा कि टाइम बैंक के गठन को लेकर सभी जिला कलक्टरों और राज्य आनंद संस्थान के प्रशासकों को प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। कलमनाथ सरकार की टाइम बैंक योजना का उद्देश्य लोगों में एक-दूसरे के प्रति सेवाभाव जगाना-बढ़ाना है। कोई व्यक्ति किसी ज़रूरतमंद की जितने घण्टे मदद करेगा, उतने घंटे उसके खाते में जमा कर दिए जाएँगे। जब उसी व्यक्ति को कभी मदद की ज़रूरत होगी, तो इन्हीं जमा घंटों की मदद से टाइम बैंक नेटवर्क में वह किसी की मदद ले सकेगा। मान लीजिए आप किसी बुज़ुर्ग की देखभाल करते हैं या ग़रीब बच्चों को पढ़ाते हैं, तो इसके बदले आपके खाते में कुछ घंटे जमा हो जाएँगे।
हर जिले में खुलेगा टाइम बैंक और ऐसे होगा लेन-देन
अधिकारियों ने बताया कि टाइम बैंक वैसे तो हर जिले में खोले जाएँगे, मगर इनकी संख्या की कोई सीमा नहीं होगी। एक जिले में एक से अधिक टाइम बैंक भी हो सकते हैं। मनोज श्रीवास्तव ने कहा, ‘यह जरूरतमंद और सेवाभाव रखने वाले लोगों को एक प्लैटफॉर्म पर लाएगा। बैंक नेटवर्क में कभी भी किसी को जरूरत होगी तो कोई उसकी मदद कर सकेगा और उसके बदले उसके खाते में घंटे जमा होंगे। बाद में कभी कोई उस शख्स की मदद भी इन्हीं घंटों के बदले कर सकेगा। यह जरूरी नहीं है कि जरूरतमंद शख्स की मदद वही करे, जिसकी उसने मदद की हो। यह कोई भी हो सकता है।’