इंदौर। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में विधि मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम कमलनाथ-ज्योतिरादित्य सिंधिया में मतभेद और विरोध की बात को नकार दिया है। दिल्ली में समन्वय समिति की बैठक से सिंधिया के जाने और बाद में मुख्यंत्री के बयान को लेकर मंत्री शर्मा ने कहा कांग्रेस में ऑल इज वेल है, किसी तरह का विवाद नहीं है। कल बैठक में सभी पहुलओं पर चर्चा हुई। बावरिया जी से भी मेरी बात हुई। सिंधियाजी के बयानों का मंतव्य भी अलग-अलग निकाला जा रहा है। अतिथि शिक्षकों पर कैबिनेट फैसला ले चुका है। एक-एक कर सभी को नियुक्ति दी जा रही है।
रविवार को इंदौर में मीडिया से बातचीत में मंत्री शर्मा ने यह भी साफ कर दिया कि बीती सरकार से चली आ रही मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना समेत अन्य योजनाओं को बंद करने का कमलनाथ सरकार का कोई आदेश नहीं है। न ही मुख्यमंत्री ने ऐसा कोई निर्देश दिया है।
मंत्री शर्मा ने साफ कहा कि आध्यात्म व धर्मस्व विभाग भी मेरे पास है मैंने योजना बंद करने का कोई आदेश नहीं निकाला है। इस बारे में सामने आ रही खबरें सिर्फ अफवाह हैं। आईफा अवॉर्ड पर शिवराजसिंह चौहान द्वारा उठाए गए सवाल पर मंत्री ने कहा कि शिवराजसिंह चौहान आईफा के बारे में जानते क्या है। वे दो लाख करोड़ का कर्जा प्रदेश पर छोड़ गए थे। उसके बावजूद हम किसानों का कर्जा भी माफ कर रहे हैं और प्रदेश का विकास भी रुकने नहीं दे रहे हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कृपाशंकर शुक्ला के एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए मंत्री शर्मा के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह इंदौर पहुंचे थे। तुलसी सिलावट भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि के बावजूद देश में कई लोग खुश नहीं है। आंदोलन कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि हर वर्ग में असंतोष क्यों है यह हम सब जानते हैं। कार्पोरेट नाराज है, शिक्षक, मजदूर, युवा सब नाराज हैं। यहां तक कि भाजपा वाले भी नाराज हैं। सिर्फ मोदी-शाह ही खुश हैं।
दिग्विजयसिंह ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति का ऐलान जल्द ही हो जाएगा। जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर पुलिस द्वारा लायब्रेरी में घुसकर लाठियां बरसाने के वीडियो पर दिग्विजसिंह ने कहा कि यह बेदर्दी और बेशर्मी से पुलिस युवाओं का दमन कर रही है। यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।