उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई कलाकारों और नेताओं से मिले हैं। योगी आदित्यनाथ के इस प्रयास पर शिवसेना लगातार निशाना साध रही है। इस कड़ी में शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में सीएम योगी पर निशाना हमला करते हुए कहा कि मुंबई का उद्योग कोई ले जाए ये किसी के बाप में हिम्मत नहीं है।
योगी सरकार पर हमलावर अंदाज अख्तियार करते हुए सामना में लिखा, मुंबई से फिल्म सिटी, उद्योग उठाकर ले जाना किसी बच्चे के हाथ से चॉकलेट छीनकर ले जाने जितना आसान नहीं है। यह किसी के बाप के लिए भी संभव नहीं है। महाराष्ट्र के बीजेपी नेताओं का इसपर क्या मत है? क्या मुंबई में आए योगी को भी उनका समर्थन है? यह बात स्पष्ट करनी चाहिए। सामना में कहा, हम किसी की प्रगति से नहीं जलते। अगर कोई प्रतिस्पर्धा करके प्रगति करता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, अगर आप जबरन कोई चीज ले जाना चाहेंगे तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा और आप (उद्योगपति) भी ऐसा नहीं चाहेंगे। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने राज्य द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली टैगलाइन मैग्नेटिक महाराष्ट्र का उल्लेख करते हुए ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के पास अपनी संस्कृति और संस्थानों की शक्ति है।
सामना में कहा, आज कोई व्यक्ति आ रहा है। वे आपसे भी मुलाकात करेंगे और आपको निवेश करने के लिए कहेंगे। लेकिन उन्हें महाराष्ट्र की आकर्षण क्षमता का पता नहीं है, यह इतना मजबूत है कि लोग यहां से वहां जाना भूल जाते हैं। ठाकरे ने कहा कि महामारी के कारण अर्थव्यवस्था को झटका लगा लेकिन अब वह धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण बनी स्थिति स्थायी नहीं है और आर्थिक गतिविधियां बहाल हो जाने पर धन प्रवाह भी शुरू हो जाएगा।