नई दिल्ली। सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। प्याज खरीदने में लोगों के आंसू निकल रहे हैं। पिछले एक माह में आलू-प्याज की कीमत में जबरदस्त उछाल आया है। जो कर्नाटक प्याज का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, उसकी राजधानी बेंगलुरु में सोमवार को इसका खुदरा भाव 100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। निगरानी के लिए चुने गए कुल 114 शहरों से दो शहरों, राजस्थान के उदयपुर और बंगाल में बीरभूम जिले के रामपुरहाट, में प्याज सबसे कम 35 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बिकी। सरकार इन 114 शहरों में दैनिक आधार पर कीमतों पर नजर रखती है।
देशभर में प्याज का औसत मूल्य सोमवार को 70 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्च स्तर पर बना रहा।महाराष्ट्र प्याज का शीर्ष उत्पादक राज्य है। लेकिन वहां इसकी खुदरा कीमत 77 रुपये प्रति किलो बनी हुई है। सरकारी आंकड़े के अनुसार प्रमुख खपत वाले शहर दिल्ली में भी इस जरूरी किचन आइटम का खुदरा मूल्य 65 रुपये किलो रहा। कोलकाता में यह 70 रुपये और चेन्नई में 72 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बिका। इसमें भी महत्वपूर्ण यह है कि सरकारी आंकड़ों के खुदरा मूल्य के मुकाबले कारोबारी खुदरा मूल्य आमतौर पर 10 से 12 रुपये प्रति किलोग्राम अधिक ही रहता है। इसकी वजह यह है कि सब्जी की गुणवत्ता और बाजार की भौगोलिक स्थिति के आधार पर भाव कम-ज्यादा होता है।
बताया जा रहा है कि व्यापारी प्याज का स्टॉक जमा कर रहे हैं, इसकी वजह से प्याज की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। दिल्ली स्थित ओखला मंडी में प्याज का दाम 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। पहले यह कीमत 30-35 रुपये प्रति किलोग्राम थी। व्यापारियों का मानना है कि प्याज के दाम अगले कुछ दिन तक बढ़ते रहेंगे।
दिल्ली में रिटेल में प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. हालांकि, 5 किलो प्याज खरीदने पर यह 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बता दें, रिटेल में प्याज के दाम पिछले 1 हफ्ते में 35 रुपये से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।