भोपाल। छिंदवाड़ा जिले में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना वायरस का कहर शिक्षकों पर भी बरपा है शिक्षा विभाग के आदेशों का पालन करते हुए छिंदवाडा जिले के कई शिक्षक कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं, सिर्फ छिंदवाडा ही नहीं पूरे प्रदेश में अनेको शिक्षकों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर सामने आते रही है. फिलहाल छिंदवाड़ा से बड़ी और दुखद खबर सामने आई है।
छिंदवाडा जिले में पिछले 15 दिनों में जिला परियोजना अधिकारी (DPC) सहित 20 शिक्षकों की मौत कोरोना वायरस से हो चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी शिक्षक और जिला परियोजना अधिकारी कोरोनावायरस से संक्रमित होकर अपने इलाज के लिए भर्ती हुए थे।
देखने वाली बात यह है कि पूरे मध्यप्रदेश में शिक्षकों ने पिछली बार भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पूर्णत कार्य किया था और अपना सम्पूर्ण योगदान भी दिया था परंतु उन्हें कोरोना योद्धा नहीं माना गया। इसके साथ ही शिक्षकों के लिए अलग से वैक्सीनेशन नहीं किया गया।
छिंदवाडा जिले के भिन्न भिन्न विकासखंडो में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने वाले लगभग 20 शिक्षकों की मौत होने के बाद अन्य शिक्षकों में भी दहशत है जो की जायज है। वही यह भी जानकारी सामने आई है कि एक के बाद एक शिक्षक कोरोना से दम तोड़ रहे हैं। इसके बावजूद अभी तक प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षकों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम नहीं कराया गया है।
सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि छिंदवाडा जिले में और सम्पूर्ण प्रदेश में इन दिनों स्कूल बंद कर दिए गए हो लेकिन कई शिक्षक ऐसे भी हैं जो ग्रामीण इलाकों में जाकर मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चों का अध्यापन कार्य करा रहे हैं। शिक्षकों के वायरस से संक्रमित होने का एक कारण यह भी हो सकता है ।
बीते 15 दिनों में इन शिक्षकों ने कोरोना वायरस से तोडा दम
28 मार्च को सुंदरलाल बरकोडिया माध्यमिक शाला सांख छिन्दवाड़ा, 30 मार्च को हरिश्चंद्र धुर्वे गोंडी मोहगांव सौंसर, 31 मार्च को रामनरेश शर्मा परासिया की मौत हुई। 1 अप्रैल को एएल उईके संकुल प्राचार्य सिंगोड़ी अमरबाड़ा की 2 अप्रैल को विजय गाजलवार मटियाडोह मोहखेड़ और विनोद शर्मा पलटवाडा विकासखंड चोरई की मौत हुई। 4 अप्रैल को सूर्य सिंह सीलू हाई स्कूल भतोड़िया की मौत हुई। 5 अप्रैल को तीन शिक्षकों की मौत हुई। इनमें प्रदीप उईके शा.कन्या हाई स्कूल अमरबाड़ा, सेवाराम पवार शास. प्राथमिक शाला पटनीया निवासी जुनवानी विकासखंड मोहखेड़, रामदास मोहबे प्राथमिक शाला दुर्गबाड़ा विकासखंड जुन्नारदेव शामिल हैं। 6 अप्रैल को चार शिक्षकों की मौत हुई। इनमें जीएल साहू डीपीसी, धनराज कोरडे व्यख्याता,पूर्व बीआरसी चोराई निवासी भाजीपनी पांढुर्णा, राजेन्द्र जंघेला और मधुकर धारपुरे हाई स्कूल भुताई विकासखंड बिछुआ शामिल हैं। 7 अप्रैल को दयाराम गौनेकर शास. माध्यमिक शाला संगम विकासखंड मोहखेड़ और चंचलेश शर्मा शास. स्कूल सिरेगांव की मौत हुई।8 अप्रैल को चार शिक्षकों की मौत हुई। इनमें केआर उइके आमाझिरी धनगांव बिछुआ, लक्ष्मण कवरेति निवासी नंदन दमुआ, रेवाराम शेरके सिलवानी और विनोद भार्गव लिखवाड़ी विकासखंड परासिया की मौत हुई।