Sovereign Gold Bond Scheme: 11 सितंबर से खुल रही है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सीरीज:1 की नई सीरीज, जो एक सरकारी बॉन्ड होती है और निवेशकों को सोने में निवेश का अवसर प्रदान करती है। इस लेख में, हम आपको सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) की विशेषताओं, लाभों, और निवेश करने के तरीकों के बारे में जानकारी देंगे।
1. Sovereign Gold Bond क्या होता है?
SGBs एक सरकारी बॉन्ड होते हैं, जिन्हें डीमैट के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है। इन बॉन्ड्स की मूल्य सोने के बराबर होती है, जो उनकी मात्रा के हिसाब से बदल सकती है। यह बॉन्ड RBI की तरफ से जारी किया जाता है।
2. 24 कैरेट सोने में निवेश
SGBs में निवेश करते समय आप 24 कैरेट यानी 99.9% शुद्ध सोने में निवेश करते हैं। इनमें निवेश पर 2.50% का सालाना ब्याज मिलता है और यदि आपको पैसों की आवश्यकता होती है, तो आप इन बॉन्ड्स को लोन के रूप में भी बदल सकते हैं।
3. मूल्य का तय करना
इन बॉन्ड्स की मूल्य भारतीय बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) के पब्लिश्ड रेट के आधार पर तय होती है। इनका मूल्य सब्सक्रिप्शन पीरियड से पहले वाले हफ्ते के आखिरी तीन दिनों के रेट का एवरेज निकालकर तय किया जाता है।
4. शुद्धता और सुरक्षा
SGBs में शुद्धता की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। इनकी मूल्य इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा प्रकाशित 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने के दाम से लिंक होती है। इसके साथ ही इनको डीमैट में रखा जा सकता है, जो काफी सुरक्षित है और उस पर कोई खर्च नहीं होता है।
5. निवेश की सीमा
SGBs के जरिए एक व्यक्ति एक वित्त वर्ष में कम से कम 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम सोने में निवेश कर सकता है। जॉइंट होल्डिंग के मामले में 4 किलोग्राम की निवेश सीमा पहले आवेदक पर ही लागू होती है, और किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलो है।
6. कर और मैच्योरिटी पीरियड
SGBs का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल होता है, जिसके बाद कोई टैक्स नहीं लगता। अगर आप 5 साल बाद अपना पैसा निकालते हैं, तो इस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में 20.80% टैक्स लगता है।
7. ऑनलाइन और ऑफलाइन निवेश
RBI ने SGBs में निवेश करने के लिए कई तरीके प्रदान किए हैं, जैसे कि बैंक की शाखाओं, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज, और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं। आपको एक आवेदन फॉर्म भरकर प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिसके बाद आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे और आपके डीमैट खाते में बॉन्ड ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
8. निवेश के लिए पैन
निवेश करने के लिए पैन होना अनिवार्य है, और ये बॉन्ड सभी बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE), और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के माध्यम से बेचे जाते हैं।
9. Sovereign Gold Bond Scheme में आकर्षक निवेश का अवसर
2015-16 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का भाव 2,634 रुपए था, लेकिन अब इसका भाव 5,873 रुपए हो गया है। 50 रुपए का डिस्काउंट के साथ यह भाव अब 5,873 रुपए पर पहुंच गया है। इस तरह से पिछले 7 सालों में इस स्कीम से करीब 120% का रिटर्न मिला है।
10. Sovereign Gold Bond Scheme: निवेश की सलाह
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि सोने में लम्बे समय के लिए निवेश सही रहता है, क्योंकि इससे इस पर होने वाले उतार-चढ़ाव का असर नहीं होता है और आपको सही रिटर्न मिलता है। सोने में कम से कम 3 से 5 साल के लिए निवेश करना सही रहेगा।
इस तरह, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सीरीज:1 एक आकर्षक निवेश का अवसर प्रदान करती है जो सोने में निवेश करने के लिए एक सुरक्षित और लाभकारी तरीका हो सकता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें और समय पर निवेश करने के फायदे को जानें।