National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission 2047
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत की जाएगी। यह एक बीमारी है
जो देश के 17 राज्यों में बसे लगभग 7 करोड़ से अधिक आदिवासी आबादी को प्रभावित कर रही है
मुख्य रूप से इन राज्यों में ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और केरल शामिल हैं
PM Modi इस मिशन के माध्यम से इस बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए और भविष्य में बड़ी आबादी को नुकसान से बचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सिकल सेल एनीमिया मिशन 2047 की शुरुआत करेंगे
इसकी शुरुआत एमपी के शहडोल से होगी और केन्द्र सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय, जनजातीय कार्य मंत्रालय, आयुष मंत्रालय और राज्यों के प्रतिनिधि वर्चुअली जुड़ेंगे
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023 के बजट में सिकल सेल एनीमिया रोग के बारे में एक घोषणा की थी
उन्होंने बताया था कि हमारी सरकार का उद्देश्य है कि वर्ष 2047 तक भारत से इस बीमारी को पूरी तरह से उखाड़ दिया जाए
इस संदर्भ में, आज PM Modi Sickle Cell Card वितरित करेंगे और इस बीमारी की स्क्रीनिंग के लिए लोगों को जागरूक करेंगे।
सिकल सेल एनीमिया एक आनुवंशिक रोग है, जिसका मतलब है कि यह माता-पिता से आसानी से उनके बच्चों में हो सकता है
यह एक रक्त संबंधी विकार है जिसमें रेड ब्लड सेल्स का आकार परिवर्तित हो जाता है इसके कारण, रेड ब्लड सेल्स सही ढंग से कार्य नहीं कर पाती हैं और शरीर में खून की कमी होती है
सिकल सेल एनीमिया की स्क्रीनिंग कई कारणों से जरूरी है। सबसे पहले तो ये जेनेटिक बीमारी है और इसलिए जिन परिवारों में ये बीमारी पहले से है, उनमें आगे चलकर ये बीमारी नई पीढ़ी को अपना शिकार बना सकती है
-स्क्रीनिंग में सिकल सेल और थैलेसीमिया की जांच करवाएं। इसके लिए ब्लड टेस्ट होता है।
-प्रेग्नेंसी के 10 सप्ताह के भीतर ही ये टेस्ट जरूर करवाएं ताकि बच्चे को इस बीमारी से बचाया जा सके।